![]() |
O² |
1. ऑक्सीजन (Oxygen) पृथ्वी के वायुमंडल में सबसे प्रचुर मात्रा में उपलब्ध तत्व है, और हाइड्रोजन (Hydrogen) और हीलियम (Helium) के बाद, यह ब्रह्मांड में मौजद तीसरा सबसे प्रचुर मात्रा वाला रासायनिक तत्व (Chemical Element) है.
2. वैज्ञानिकों का दावा है कि 2.48 अरब साल पहले वायुमंडल में Oxygen अस्तित्व में आया था.
3. जिस हवा में हम सांस लेते हैं उसमें Oxygen एक महत्वपूर्ण गैस है. पृथ्वी के वायुमंडल का लगभग 21% भाग Oxygen है.
4. हवा में 21% Oxygen की मात्रा होना हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है. क्योंकि 30 करोड़ साल पहले जब Oxygen की मात्रा 35% थी, तब छोटे-छोटे कीड़ों का आकार भी बहुत बड़ा था.
5. Oxygen Gas रंगहीन, स्वादहीन और गंधहीन होती है. लेकिन Liquid और Solid Oxygen का रंग हल्का नीला होता है.
6. Oxygen आपकी ऊर्जा का सबसे बड़ा और पहला स्रोत है. आपकी ऊर्जा का केवल 10% भोजन और पानी से आता है, हमारी 90% ऊर्जा Oxygen से आती है.
7. Oxygen जीवों को बढ़ने, प्रजनन करने और भोजन को ऊर्जा में बदलने में मदद करता है.
8. पृथ्वी की पूरी Oxygen हर 2,000 साल में एक बार नवीनीकृत होती है. यानी पुरानी Oxygen के स्थान पर नई Oxygen का निर्माण होता है.
9. रक्त में Oxygen का न्यूनतम स्तर 3.28 किलोपास्कल दर्ज किया गया है. यह आंकड़ा 2009 में पर्वतारोहियों के खून में पाया गया था. वैसे, एक सामान्य आदमी के खून में Oxygen का स्तर 12 से 14 किलोपास्कल के बीच होता है.
10. हम दिन में लगभग 23,000 बार सांस लेते हैं. यानी हम जितना खाना खाते हैं उससे 23 गुना ज्यादा हवा अंदर लेते हैं और जितना पीते हैं उससे 8 गुना ज्यादा हवा अंदर लेते हैं.
11. जीवन के प्रत्येक 10 वर्षों के बाद फेफड़ों की क्षमता 5% कम हो जाती है. जिससे शरीर में Oxygen की खपत कम हो जाती है. लगभग सभी कैंसर Oxygen की कमी से शुरू होते हैं.
12. हमारे फेफड़ों का कुछ हिस्सा ऐसा भी होता है जो सांस की हवा से Oxygen को अलग नहीं कर पाता है – इसे मेडिकल भाषा में “Dead space” कहा जाता है.
13. Oxygen एक ऐसा रासायनिक तत्व है जो खुद नहीं जलता, यह केवल अन्य चीजों को जलने में मदद करता है. अगर Oxygen गैस अपने आप जल जाती तो संभव है कि माचिस की तीली जलाते ही वातावरण में फैली पूरी Oxygen में आग लग जाए.
14. Oxygen पानी में नाइट्रोजन की तुलना में 2 गुना अधिक घुलनशील है. यदि यह नाइट्रोजन की तरह घुलनशील होता, तो महासागरों, झीलों और नदियों में बहुत कम Oxygen मौजूद होती. जिससे जीवों का जीवन और कठिन हो जाएगा.
15. प्रत्येक जीवित वस्तु के वजन का लगभग 2/3 (55% से अधिक) हिस्सा Oxygen के कारण होता है. क्योंकि जीवित चीजों में बहुत सारा पानी मौजूद होता है और वजन के हिसाब से पानी का 88.9% वजन Oxygen के कारण होता है.
16. पृथ्वी की ऊपरी सतह (जिसे हम Curst कहते हैं और जिसकी मोटाई 30 से 50 किमी तक है) के भार का 90% केवल 5 तत्वों के कारण है. (अधिकतम Oxygen (लगभग 45%), सिलिकॉन, एल्यूमीनियम, लोहा और कैल्शियम होता है).
17. Oxygen gas अनुचुम्बकीय (Paramagnetic) होती है – अर्थात वह चुंबक की ओर आकर्षित होती है. लेकिन यह हमेशा ऐसा नहीं कर पाती है. Liquid oxygen चुंबकीय होता है – मतलब, इसे एक शक्तिशाली चुंबक से घुमाया जा सकता है और इसे एक जगह से उठाया भी जा सकता है.
18. तरल ऑक्सीज़न (Liquid oxygen) से भरा स्विमिंग पूल कैसा होगा? यह बहुत, बहुत ठंडा होगा. क्योंकि Oxygen -183°C पर द्रव में बदल जाती है.
19. पृथ्वी पर पहली बार “Cyanobacteria” ऑक्सीजन के लिए जिम्मेदार है. यह एक ऐसा जीव है जो प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) की सहायता से कार्बन डाइऑक्साइड ग्रहण करता है और Oxygen छोड़ता है. बिल्कुल पौधों की तरह.
20. केकड़े का खून साफ रंग का होता है, लेकिन Oxygen के संपर्क में आने पर नीला हो जाता है.
21. अगर किसी मृत शरीर को ठंडी और बिना Oxygen वाली जगह पर रखा जाए तो यह शरीर पिघले हुए मोम जैसा हो जाएगा. जो साबुन की तरह बिल्कुल स्मूद होगा.
22. अपने जीवन के अंतिम दिनों में, Apple के संस्थापक Steve Jobs ने Oxygen मास्क पहनने से इनकार कर दिया था, क्योंकि उन्हें इसका डिज़ाइन पसंद नहीं आया था.
23. कुछ बुद्धिजीवों का दावा है की हवाई जहाजों में आपातकालीन Oxygen मास्क से कभी किसी की जान नहीं बचाई गई है और न ही उनकी अनुपस्थिति के कारण कभी किसी की जान चली गई है.
24. जब चूने में Oxygen और हाइड्रोजन को मिलाया जाता है, तो यह बहुत तेज रोशनी पैदा करता है. पुराने सिनेमाघरों में किसी एक जगह लाइट मारने के लिए इसका ही इस्तेमाल किया जाता था.
25. दुनिया में सबसे अच्छी ऑक्सीजन युक्त हवा वाला देश “एस्टोनिया” है और सबसे खराब हवा वाला देश “मंगोलिया” है.
26. भारतीय संस्कृति में पूजे जाने वाले पीपल के पेड़ से हमें 24 घंटे Oxygen मिलती है, इसे Oxygen का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है.
27. जन्म से लेकर युवावस्था तक प्रति मिनट सांसों की संख्या में 66% की कमी आती है.
- जन्म से 6 सप्ताह: 30-60 श्वास प्रति मिनट
- 6 महीने: 25-40 सांस प्रति मिनट
- 3 साल: 20-30 सांस प्रति मिनट
- 6 साल की उम्र: 18-25 सांस प्रति मिनट
- 10 साल: 15-20 सांस प्रति मिनट
- वयस्क (युवा): प्रति मिनट 12-20 सांसें.
28. ऑक्सीजन की खोज किसने की?
ऑक्सीजन गैस की खोज सबसे पहले 1772 के आसपास कार्ल विल्हेम शीले (Carl Wilhelm Scheele) नामक स्वीडिश वैज्ञानिक ने की थी. कार्ल ने इसे पोटेशियम नाइट्रेट, मर्क्यूरिक ऑक्साइड और कई अन्य पदार्थों को गर्म करके प्राप्त किया था.
29. यदि ऑक्सीजन आज की तुलना में दोगुनी हो जाए?
- कागज से बने हवाई जहाज लंबे समय तक हवा में उड़ेंगे.
- हमारे वाहन कम पेट्रोल-डीजल में दूर तक यात्रा करने लगेंगे.
- हम आज की तुलना में अधिक खुश और अधिक सक्रिय रहेंगे. यानी सुस्ती लगभग खत्म हो जाएगी.
- कीड़ों का आकार बहुत बड़ा हो जाएगा, क्योंकि कीड़ों का आकार Oxygen पर निर्भर करता है.
- हम कम बीमार होंगे; क्योंकि इम्यून सिस्टम और ज्यादा पावरफुल हो जाएगा. लेकिन हम जल्द ही बूढ़े होने लगेंगे.
30. यदि ऑक्सीजन 5 सेकंड के लिए पृथ्वी से गायब हो जाए?
- 5 सेकंड के लिए पृथ्वी बहुत, बहुत ठंडी होगी.
- समुद्र तट पर लेटे सभी लोगों को तुरंत सनबर्न होने लगेगा.
- दिन में भी अंधेरा छा जाएगा.
- आंतरिक दहन वाला हर इंजन बंद हो जाएगा. रनवे पर उड़ान भरने वाला विमान वही दुर्घटनाग्रस्त हो जाएगा.
- बिना वेल्डिंग के धातु के टुकड़े आपस में जुड़ जाएंगे. यह Oxygen न होने का एक बहुत ही रोचक दुष्प्रभाव होगा.
- पूरी दुनिया में सबके कानों के परदे फट जाएंगे. क्योंकि 21% Oxygen के अचानक गायब होने से हवा का दबाव गिर जाएगा. सभी का बहरा होना निश्चित है.
- कंक्रीट से बनी हर इमारत ढेर हो जाएगी.
- प्रत्येक जीवित कोशिका फूलकर फट जाएगी. पानी में 88.8% Oxygen होती है. Oxygen की अनुपस्थिति में हाइड्रोजन गैसीय अवस्था में आएगी और उसका आयतन बढ़ जाएगा. हमारी सांसें बाद में रुक जाएंगी, हम पहले ही फूलकर फट जाएंगे.
- समुद्र का सारा पानी भाप बनकर उड़ जाएगा. क्योंकि Oxygen के बिना पानी हाइड्रोजन गैस में बदल जाएगा और यह सबसे हल्की गैस है, इसलिए यह अंतरिक्ष में उड़ने के लिए बाध्य है.
- Oxygen की अचानक कमी से हमारे पैरों के नीचे की जमीन खिसक कर 10-15 किलोमीटर नीचे चली जाएगी
0 Comments