बिहार
पेश है बिहार के इतिहास, भुगोल, संस्कृति, धर्म आदि से जुड़े ज्ञानवर्धक तथ्य
बिहार से जुड़े बुनियादी तथ्य
- राजधानी – पटना
- आधिकारिक भाषा – हिंदी, उर्दु
- क्षेत्रफल – 94,163 km² (13वा)
- जनसंख्या – 10,38,04,637
- साक्षरता दर – 63 प्रतीशत
- जिले – 38
- विधानसभा सीटें – 243 + 75 (द्विसदनीय प्रणाली)
- लोकसभा सींटे – 40
- राज्यसभा सीटें – 16
- स्थापना – 26 जनवरी, 1950
- पहले मुख्यमंत्री – कृष्ण सिंह
- पहले राज्यपाल – जेम्ज़ शिफ्टन
बिहार के राज्य चिन्ह
- राज्य पेड़ – पीपल (Peepal)
- राज्य पुष्प – गेंदा (Marigold)
- राज्य पशु – बैल (Ox)
- राज्य पक्षी – गौरैया (sparrow)
Demographic Facts of Bihar in Hindi
- साल 2011 की जनसंख्या के अनुसार बिहार राज्य की जनसंख्या साढ़े 10 करोड़ के करीब है जो इसे भारत का तीसरा सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य बनाती है।
- बिहार की लगभग 88 प्रतीशत आबादी ग्रामीण इलाकों में रहती है और बाकी की शहरी इलाकों में।
- बिहार राज्य का जनसंख्या घनत्व 1100 व्यक्ति प्रति वर्गकिलोमीटर से भी ज्यादा है जो इसे भारत का सबसे ज्यादा जनसंख्या घनत्व वाला राज्य बनाती है।
- बिहार की 58 प्रतीशत आबादी की उम्र 25 साल से कम है, जो भारत में सबसे ज्यादा है।
- बिहार की 82 प्रतीशत आबादी हिंदु धर्म की अनुयायी है जबकि 17 प्रतीशत मुस्लिम है। बाकी की 1 प्रतीशत अन्य धर्मों को मानती है।
बिहार के इतिहास से जुड़े तथ्य
- बिहार का वर्णन लगभग सभी हिंदु धर्मग्रंथो में मिलता है। बिहार के क्षेत्र मगध, वैशाली तथा अन्य महाजनपदों का अधिकार हुआ करता था। मगध इनमें से सबसे शक्तिशाली महाजनपद था।
- महाभारत से पता चलता है कि महाभारत के युद्ध के समय बिहार का राजा जरासंध था जिसका युद्ध भगवान कृष्ण से हुआ था।
- भगवान बुद्ध के जन्म के समय मगध पर हर्यक वंश के बिंबीसार का राज था, हर्यकों के बाद मगध पर शिशुनाग वंश और नंद वंश ने राज किया।
- बिहार पर जब नंदों का शासन था तो उसी समय युनानी हमलावर सिकंदर ने भारत पर आक्रमण किया, परंतु उसे हिंदु गणराज्यों के भीष्ण प्रतिरोध और नंदों की विशाल सेना के डर से वापिस जाना पड़ा।
- अंतिम नंद राजा धनानंद था जो स्वभाव से बहुत अत्याचारी था, नंदों के इस अत्याचारी शासन का अंत आचार्य चाणक्य और महाराज चंद्रगुप्त ने किया।
- महाराज चंद्रगुप्त ने भारत में एक विशाल साम्राज्य की स्थापना की जिसे उनके बाद उनके पुत्र बिंदुसार और पोत्र अशोक ने काफी अच्छे से संभाला और उसमें विस्तार किया। मौर्य साम्राज्य भारत का सबसे बड़ा साम्राज्य है।
- मौर्य साम्राज्य के पतन के बाद काफी समय तक बिहार में अस्थिरता रही, परंतु इस अस्थिरता को 600 साल बाद गुप्त वंश ने दूर किया और फिर से मगध को केंद्र में रख कर भारत में एक विशाल साम्राज्य की स्थापना की।
- गुप्त वंश के पतन के बाद लगभग 1000 साल तक भारत का प्रमुख रहा बिहार का यह केंद्र अपनी महत्ता खो बैठा और वर्तमान बिहार सिर्फ जातिवाद और पछड़ेपन के लिए जाना जाता है।
- 12वीं सदी में बख्तियार खिलज़ी ने बिहार पर हमला कर यहां के अनेक मंदिरों और विहारों को नष्ट कर दिया। उसने पिछले 700 सालों से विद्या का केंद्र रहे नालंदा विश्वविद्यालय को भी तबाह कर दिया और शिक्षकों तथा छात्रों को जिंदा जला दिया।
- मुगलों के समय अकबर ने बिहार पर कब्ज़ा करके इसका बंगाल में विलय कर दिया और बिहार की सत्ता की बागडोर बंगाल के नवाबों के हाथ में चली गई।
- 1764 में बक्सर के युद्ध के बाद बिहार एक तरह से अंग्रेज़ों के कब्ज़े में आ गया।
- 1912 में बंगाल का विभाजन के फलस्वरूप बिहार नाम का राज्य अस्तित्व में आया। 1936 में उड़ीसा इससे अलग कर दिया गया।
- आज़ादी के बाद साल 2000 में झारखंड राज्य को बिहार से अलग कर दिया गया।
बिहार राज्य से जुड़े भुगौलिक तथ्य
- बिहार अपनी सीमा तीन राज्यो से लगती है – उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड़। इसके सिवाए बिहार नेपाल से भी अपनी सीमा साझा करता है।
- पवित्र गंगा नदी बिहार के बीचों बीच से बहती है जो राज्यो को दो भागों में बांटती है।
- बिहार का लगभग 95 प्रतीशत क्षेत्र मैदानी है जो नदियों द्वारा लाई गई मिट्टी से बना है।
बिहार से जुड़े सामाजिक और सांस्कृतिक तथ्य
- गया शहर के पास स्थित बौद्ध गया बौद्ध धर्म के चार प्रमुख तीर स्थलों में से एक है, यहां पर उस पवित्र बोद्धि वृक्ष का वंशज़ और महाबोद्धि मंदिर है जिसके नीचे भगवान बु्द्ध को ज्ञान की प्राप्ती हुई थी।
- बिहार के प्रमुख त्योहार है – छठ, होली, दिवाली, दशहरा, महाशिवरात्री और नागपंचमी।
- पटना श्री गुरू गोविंद सिंह का जन्म स्थान होने के कारण यह सिक्खों के लिए काफी महत्वपूर्ण तीर्थ स्थान है। हाल ही में श्री गुरु गोविंद सिंह जी की 350वीं जन्म शताब्दी बड़ी धूम – धाम से मनाई गई थी।
- सोनपुर में लगने वाला पशुमेला बिहार में प्राचीन काल से लगता आ रहा है।
0 Comments